"अन्तरंग" याने मेरे दिल का कोना,जो अब तक अ:जन्मा–अनकहा कही जी रहा था, मेरे एहसासों को शब्द मिले और इन् शब्दों से मुझे एक् पहचान मिली!
You have entered the world of InnerSoul …!
You’ll find positive, Motivational thoughts... In poetry few are written by Me n others too & Some r Translated also. I feel that thoughts heighten the awareness of our feelings & world around us.
9 comments:
वन्देमातरम्
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!!
http://iisanuii.blogspot.com/2010/08/blog-post_15.html
jin haathon me ye kamaal hai, us desh ka yaaron kya kahna ........tussi to chha gaye
bahut pyari chitrakaari Preeti.....!! aakhir dil se nikli hui soch ko jab tulika se sanjoya jaye to aisa hi kuchh banta hai........:)
ek kavita yaad aa rahi hai....
किसको नमन करूँ मैं भारत?
तुझको या तेरे नदीश, गिरि, वन को नमन करूँ, मैं ?
मेरे प्यारे देश ! देह या मन को नमन करूँ मैं ?
किसको नमन करूँ मैं भारत ? किसको नमन करूँ मैं ?
જાયશ્રી બેન તમને સ્વતન્ત્રતા દિવસ ની વધાઈ.
વંદે માતરમ.
જાય શ્રી=પ્રીતિ બેન
હા હા હા
Ati Sundar, Vande mataram !
चित्र का विषय सामायिक, और सुन्दर है ...
६४वें स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई...
वन्देमातरम्!
vande maatram...jay hind.
Post a Comment