"अन्तरंग" याने मेरे दिल का कोना,जो अब तक अ:जन्मा–अनकहा कही जी रहा था, मेरे एहसासों को शब्द मिले और इन् शब्दों से मुझे एक् पहचान मिली!
You have entered the world of InnerSoul …!
You’ll find positive, Motivational thoughts... In poetry few are written by Me n others too & Some r Translated also. I feel that thoughts heighten the awareness of our feelings & world around us.
9 comments:
तुम्हारी कलात्मकता ह्रदय है तो दीदी की रचना स्पंदन .................
बहुत सुन्दर है दोनों का साथ .............
मेरी शुभकामनाएं प्यार के साथ !!
तुम दोस्ती के रूप में.. इश्वर का हमें दिया हुवा तोहफा हो.
जो हमें संभाल के रखना है..
और तुम्हें भी ....
मुझे अपनी पहचान मिली,
तुमने मेरे शब्दों को जीवंत कर दिया,
सारे एहसास सिमट आए हैं .........
bade B ji, आप् के तो शब्द बोलते है, नाचते है, वोह तो पहले से जीवित थे , और पहचान ? वोह तो हमें मिली ... है ना ?
grt...keep it up
प्रकृति से मानव-मात्र की पहचान पर सुन्दर हस्ताक्षर..
बहुत सुंदर .......शब्द और उन्हें सजाने का हुनर ...
खुश रहिये !!!
बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति है !!!!!!!!!
Wahwa
kavita to behtar hai hi blog bahut sunder hai aapka
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