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You’ll find positive, Motivational thoughts... In poetry few are written by Me n others too & Some r Translated also. I feel that thoughts heighten the awareness of our feelings & world around us.

सपने - अपने सपने ...

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9 comments:

रश्मि प्रभा... said...

मुझे अक्सर लगता है,
एक तितली सोयी है-
एक लंबे सपने के साथ.....
सपने में,
वह मुझे जी रही है,
यानि मैं - तितली का एक सपना हूँ!
जहाँ उसकी नींद खुली,
सपना ख़त्म....
मैं?
क्या पता,
तितली फिर मुझे कौन सा जन्म देगी
- सपने में !!!!!! ....

ऐसे ही भाव उभरते न?
मिलते ख्याल......

Deepak(Nigam) said...

sapne .....
bahoot acha likha he........!
sach he ye jindgi bhi sapna he
kuch log milte he bahoot se bichad jate he ,kuch sapne hote he jinke liye hum apna jeevan laga detai he
sayad hum jite hi sapno ke liye he hena!!!!!!!!!!!

श्यामल सुमन said...

सपनों को खूब पिरोया है आपने। सच भी है सपनों को कभी मरने नहीं देना चाहिए। आज ही एक कवि सम्मेलन में पाठ कर के आया हूँ कि-

बचपन से ही सपन दिखाया, उन सपनों को रोज सजाया।
पूरे जब न होते सपने, बार बार मिलकर समझाया।
सपनों के बदले अब दिन में तारे देख रहा हूँ।
सपना हुआ न अपना फिर भी सपना देख रहा हूँ।।

सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

जिन्दगी की बहुत सुन्दर परिभाषा दी है आपने।
आभार।

Unknown said...

प्रीती कविता सिर्फ शब्दों की चादर नहीं हैं ,इसमें उसके खुबसूरत मनोभावों के गोटे लगे हुए हैं,वो कविता को जीती हैं ,हम भी अक्सर सोचते हैं कि काश ये जिंदगी एक सपने की तरह होती एक लम्बी नींद के सपने की तरह ,शायद एक बार पुनः आँख खुलती ,और सब कुछ सिर्फ और सिर्फ आँखों में ही सिमट कर रहा जाता |प्रीति ने इसी सोच को कविता में कितनी आसानी से तब्दील कर दिया और तो और खुद को भी शामिल करते हुए ,वास्तव में ये बेहद अचरज भरा है |

बाल भवन जबलपुर said...

Ati sundar swapan ji

DAISY D GR8 said...

bahut ach likha hein

Unknown said...

पर कहीं... ये जिंदगी भी एक सपना ही तो नहीं...
लाइन बड़ी सीधी सादी है लेकिन पता नहीं क्यों कुछ सोचने पर मजबूर करती है....
http://nayikalam.blogspot.com/

ज्योत्स्ना पाण्डेय said...

बहुत खूबसूरत अहसास ...............
स्वप्न देखने के लिए आँखों भी बंद करने की ज़रुरत नहीं होती, है न .
तुम्हारे सुनहरे स्वप्न सच हों ..इन्ही शुभकामनाओं के साथ एक दोस्त ..........